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17) विषय-: दिल धड़कने का सबब याद आया

(17)
सर्वप्रथम माँ 
विषय-: दिल धड़कने का सबब याद आया
  
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रात घनघोरअँधेरी ,सूनी पड़ी थी सड़कें।
मैं चला जा रहा था लेकर मधुर यादें।।

गुनगुनाता मुस्कराता डूबा हुआ ख्यालों में।
खोया खोया दिल प्यार के अफसाने में।।

दिल धड़कने का सबब याद आया हमें।
आया जब प्रतिबिम्ब तुम्हारा नजर
राह में।।

हाथ पकड़कर गले से लगाया जब तुमने। 
हकीकत का सामना हुआ सूरज बिखेरी किरणें।।

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आभा मिश्रा-कोटा राजस्थान 
(स्वरचित एवं मौलिक रचना सर्वाधिकार सुरक्षित©®)


# आधे अधूरे मिसरे/ प्रसिद्ध पंक्तियां 

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